हिचकी – Hiccough
पेट की साधारण गड़बड़ी के कारण हिचकी या बच्चों में हिचकी चिंताजनक नहीं होती, परंतु कष्ट अवश्य देती है। तेज बुखार, हैजा तथा अन्य प्राणघातक बीमारियों में जटिलता के रूप में जो हिचकी पैदा हो जाती है; वह अगर जल्दी ही बंद ना हो तो जानलेवा भी हो सकती है।
● दुख, निराशा या मानसिक उद्वेग, बेचैनी और रोते-रोते हिचकी आने लगे। तंबाकू खाने या खाने-पीने के बाद हिचकी आए – (इग्नेशिया 30, दिन में 3-4 बार)
● सब प्रकार की हिचकियों में रामबाण दवा – (जिन्सेंग Q, 5-5 बूंद, हर आधे घंटे बाद)
● हिचकी के कारण सारे शरीर में झटका सा लगना; शाम के समय और खड़े होने पर हिचकी का बढ़ना – (एगेरिकस 6 या 30, आवश्यकतानुसार)
● भोजन या धूम्रपान के बाद बार-बार हिचकी और पेट फूलने का एहसास हो – ( लाइकोपोडियम 30, दिन में तीन बार)
● कब्ज व अपच के कारण हिचकी; खाना खाने से बढ़े – (नक्स वोमिका 30, दिन में चार बार)
● खाने के बाद हिचकी आए – (साइक्लेमन 30, दिन में 3 बार)
● बायोकेमिक औषधि – (नैट्रम म्यूर 6x, दिन में तीन बार)